Avoid 5 mistakes while reading Hanuman Chalisa-हनुमान चालीसा पढ़ते समय न करें ये 5 गलतियां

रामभक्त हनुमान को समर्पित हनुमान चालीसा (hanuman chalisa) की चौपाइयों को हर दिन लाखों की संख्या में भक्तों के द्वारा पढ़ा व सुना जाता है। प्रसिद्ध संत तुलसीदास जी ने इस अद्भुत हनुमान चालीसा की रचना की थी। सनातन धर्म में ऐसा माना जाता है कि जो भी भक्त सच्चे मन से भगवान हनुमान का स्मरण कर, हनुमान चालीसा का पाठ करते है, उनके जीवन से सभी दुःख एवं बाधाएं दूर हो जाती है।

पौराणिक कथाओं में, भगवान हनुमान को एक शक्तिशाली देव और पवनपुत्र के रूप में जाना जाता है। इसके साथ ही भगवान हनुमान को श्रीराम के सबसे बड़े भक्त के स्वरुप में भी पूजा जाता है। कहा जाता है की बजरंगबली अमर है और आज भी जिस जगह भगवान राम का भजन किया जाता है, वे वहां उपस्थित होते है। हनुमान चालीसा की 40 चौपाइयों में संकटमोचन हनुमान के तेज और अलौकिक शकितयों के बारे में वर्णन किया गया है। भूत-प्रेत एवं सभी प्रकार की नकारत्मक शक्तियां से बचने के लिए हनुमान चालीसा सबसे बड़ा स्त्रोत माना जाता है।

हमारे धर्म शास्त्रों में जहां हनुमान चालीसा को पढ़ने के बहुत से लाभ बताये जाते है, वही इसे पढ़ने के कुछ खास नियम भी पुराणों में बताएं गए है। आज के इस ब्लॉग में हम आपको इन्हीं 5 नियमों के बारे में बताने जा रहे है। तो आइए जानते हैं कि हनुमान चालीसा का जाप करते समय आपको कौन सी गलतियां नहीं करनी चाहिए।

स्वच्छ वस्त्र धारण करें

हनुमान चालीसा का पाठ करने से पहले स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें। अस्वच्छ या मैले कपड़ों में भगवान का पाठ-पूजन करना अशुभ माना जाता है। हनुमान चालीसा के साथ ही यदि आप किसी भी प्रकार के पाठ, पूजन विधि या अनुष्ठान कर रहे है तो हमेशा स्वच्छ वस्त्र धारण करें।

छल-कपट न करें

हनुमान जी का पाठ-पूजन करने से पहले यह सुनिश्चित करना बहुत आवश्यक है की आप किसी प्रकार का छल-कपट या अपराध न करें। जो व्यक्ति हनुमान चालीसा का पाठ कर, रामभक्त हनुमान का आशीर्वाद प्राप्त करना चाहते है,उन्हें किसी भी प्रकार का गलत कार्य करने से बचना चाहिए। चूंकि हनुमान जी लोगों की मदद करने, उनकी सेवा और रक्षा करने में विश्वास करते हैं, इसलिए आपको भूलकर भी ऐसी किसी भी प्रकार का गलत कार्य नहीं करना चाहिए।

जल्दबाजी में पाठ न करें

ऐसा माना जाता है कि जब कोई व्यक्ति सही तरीके से हनुमान चालीसा का जाप करता है तो उसे बहुत से लाभ प्रदान होते है। लेकिन यदि आप इस पाठ को जल्दबाजी या हड़बड़ी में करेंगे तो इसके अशुभ फल प्रदान हो सकता है। अक्सर ऐसा होता है कि कुछ लोग श्लोक पढ़कर अन्य कामों में व्यस्त हो जाते है, लेकिन ऐसा करना उचित नहीं है। एक बार जब भी आप हनुमान चालीसा का पाठ करने बैठे तो इसे पूर्ण करने के पश्चात ही आसान से उठे।

मास-मदिरा का सेवन न करें

ऐसा कहा जाता है कि हनुमान जी का पाठ करने वाले जातकों को मास-मदिरा जैसी चीज़ों का भूलकर भी सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से हनुमान जी न सिर्फ आपसे रुष्ट हो सकते है, बल्कि बहुत से नकारात्मक फल भी प्रदान कर सकते है। यदि आप नियमित रूप से हनुमान चालीसा का जाप करते है, तो मास और शराब का तुरंत प्रभाव से त्याग कर देना चाहिए। हनुमान जी की कृपा प्राप्त करने के लिए यह बिल्कुल भी फलदायी नही है।

भगवान राम का ध्यान अवश्य करें

 युगों-युगों तक हनुमान जी का स्मरण भगवान राम के सबसे बढे भक्त के रूप में किया जाता है। जहां प्रभु श्री राम होते है, वहां हनुमान जी स्वयं ही पहुँच जाते है। इसलिए कहा जाता है की हनुमान जी पूजा या हनुमान चालीसा का पाठ करने से पहले राजा राम का स्मरण अवश्य करना चाहिए। हनुमान जी का नाम लेने से पहले भगवान श्री राम का नाम लेने से अंजनी पुत्र बहुत प्रसन्न होते है और जातक को शुभ फल प्रदान करते है।

हनुमान चालीसा (hanuman chalisa) का पाठ कोई भी व्यक्ति, किसी भी समय पर कर सकता है। यदि सच्चे मन से आप इस पाठ को करेंगे तो निश्चित ही आपके जीवन में चल रही सभी प्रकार की दुःख एवं बाधाएं दूर हो जाएगी। हनुमान चालीसा के साथ ही संकटमोचन अष्टक और बजरंग बाण भी बालाजी महाराज को समर्पित महत्वपूर्व काव्य है, जिन्हें पढ़कर आपके जीवन से सभी तरह की नकारात्मक ऊर्जाओं का नाश होगा।

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