Benefits of Pashupati Nath Vrat -क्या है पशुपति नाथ का व्रत जानें व्रत रखने के नियम, फायदे, व मह्त्वपूर्ण तथ्य

भगवान शंकर की आराधना करने के साथ ही उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए पशुपति व्रत बहुत ही कल्याणकारक माना जाता है। पशुपति नाथ का यह व्रत शिव भक्तों के बीच खास महत्व रखता है। इसके साथ ही इस व्रत को रखने के लाभ बहुत भी बहुत अधिक माने जाते है। कहा जाता है की यदि आपके मन की कोई इच्छा पूरी नहीं हो पा रही हो, तो इस व्रत के श्रद्धापूर्वक पालन करने से वह सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है।

आपको बता दे, पशुपति नाथ (Pashupati nath ke vrat) का यह व्रत सम्पूर्णतः भगवान शिव को समर्पित है। यह व्रत उस समय आपके लिए सबसे अच्छे उपाय की तरह साबित होता है, जब आप सब ओर से परेशान हो और उन परेशानियों से बाहर निकलने का कोई भी तरीका आपको समझ नहीं आ रहा हो। लेकिन यह व्रत आपके लिए कल्याणकारक तभी साबित होगा जब आपके सच्चे मन से इस व्रत का पालन करें और भगवान शंकर के प्रति आपकी श्रद्धा अटूट हो।

पशुपति व्रत को प्रांरभ करने से पहले ऐसे बहुत से नियम एवं जानकारी है, जिनके बारे में जानना आवशयक है, ऐसे में आज हम आपको पशुपति नाथ के व्रत के बारे में सम्पूर्ण जानकारी देने जा रहा है, तो इस तो इस ब्लॉग को अंत तक अवश्य पढ़े-
कब रखा जाता है पशुपति व्रत?
पशुपति व्रत का यह व्रत किसी भी माह के कृष्ण पक्ष या शुक्ल पक्ष में किया जा सकता है। दोनों पक्षों में व्रत करते समय एक बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए, की दिन सोमवार का ही होना चाहिए। जैसे की हमने इस लेख एक प्रांरभ में पढ़ा की, यह व्रत भगवान भोलेनाथ को समर्पित है, जिस कारण से इस व्रत को सोमवार के दिन ही करे जाने चाहिए।

क्यों किया है पशुपति नाथ का व्रत ?
धर्म शास्त्रों में, पशुपति नाथ व्रत को एक बहुत ही प्रभावशाली व्रत माना जाता है। यह व्रत उन व्यक्तियों के द्वारा किया जाता है, जो अपने जीवन में अनेकों परेशानियों का सामना कर रहे है, या उनकी कोई भी मनोकामनाएं पूर्ण नहीं हो रही है। इसके साथ ही जो भी व्यक्ति अपने वैवाहिक जीवन में कठिनाइयों का सामना कर रहे है, वे भी इस व्रत का पालन कर सकते है। इस व्रत को करने के लिए विशेष दिन की आवश्कयता नहीं है, आप किसी भी पक्ष के सोमवार के दिन तरह व्रत रख सकते है।

पशुपति व्रत करने के जरूरी नियम क्या है?

पशुपति नाथ के व्रत करने के साथ के कुछ आवश्यक नियम (Pashupati nath vrat rakhne ke niyam) इस प्रकार से है-

• इस दिन भक्तों की स्नान आदि से निवृत होकर स्वच्छ वस्त्र धारण करने चाहिए।

• इस दिन विशेष तौर से भगवान शिव के समक्ष पांच दीपक प्रजवल्लित करने का नियम माना जाता है।

• यह व्रत लगातार पांच सोमवारों तक करने का नियम माना जाता है। इन सोमवार के दौरान सभी शिव भक्तों को शिवालय में जाकर भगवान शिव की पूजा और अभिषेक करने की प्रथा बताई जाती है।

• पूजन एवं अभिषेक करने के दौरान भक्तों को निरंतर ‘श्री शिवाय नमस्तुभयम‘ के मंत्र का जाप करना चाहिए।

• शिवलिंग के पूजन के समय चंदन, बेलपत्र और धतूरे का प्रयोग अवश्य करना चाहिए। इसके साथ ही पूजन में अबीर, गुलाल, अश्वगंधा, पीला चंदन, लाल चंदन और साबुत अक्षत का भी प्रयोग किया जाता है।

• पूजन-विधि प्रांरभ करने से पहले यदि आपको आसपास मंदिर की सफाई करने की आवश्यता लगे तो यह सर्वप्रथम यह कार्य करें।

• आपकी पूजन थाली में आप कुल छः दिए प्रज्वल्लित कर मंदिर लेकर जाए, जिनमें से पांच दिए आप मंदिर में जलाएं और बाकी एक दिया घर के मुख्य द्वार के बाहर बायीं दिशा की ओर प्रज्वलित करें।

पशुपति व्रत के क्या फायदे है?

कर्ज मुक्ति के लिए
यदि कोई व्यक्ति बहुत समय से कर्ज जैसी समस्याओं से जूझ रहे है तो आपको पशुपति नाथ के व्रत से अनेक लाभ(Pashupati nath vrat rakhne ke faayde) प्राप्त होंगे।

करियर में उन्नति के लिए
ऐसा माना जाता है की यदि आप अपने जीवन में करियर या जॉब में किसी प्रकार की परेशानी का सामना कर रहे है, तो आप सोमवार के दिन से यह चमत्कारी पशुपति नाथ के व्रत शुरू कर सकते है।

भगवान शिव की अनुकंपा
जो भी व्यक्ति सच्चे मन से भगवान शिव की आरधाना करता है और सोमवार के दिन पशुपति नाथ का व्रत रखता है, उसपर भगवान शिव की विशेष कृपा होती है। पशुपति नाथ व्रत का सच्चे मन से भगवान भोलेनाथ अत्यधिक प्रसन्न होते है।

मनवांछित फल पाने के लिए
यदि आपके मन में कोई इच्छा है या आपकी ऐसी कोई मनोकामना है, जो पिछले काफी समय से आपके मन में है, तो इसे पूरा करने के लिए आप नियमित पांच सोमवारों तक पशुपति नाथ के व्रत कर सकते है।

स्वास्थ्य संबंधी तकलीफों को दूर करने के लिए
लंबे समय से चली आ रही बीमारी, स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों या अन्य किसी भी प्रकार के मानसिक तनाव से मुक्ति पाने के लिए पशुपति नाथ व्रत अत्यधिक फायदेमन्द माने जाते है। यदि आप भी किसी प्रकार के बीमारी स्ट्रेस व तनाव से गुजर रहे है, तो यह पशुपति नाथ के व्रत आपके लिए बहुत लाभदायक सिद्ध होंगे।

इस प्रकार आप विधि-विधान से पशुपति नाथ के यह व्रत रख सकते है, इस व्रत को करने के कुछ मुख्य फायदे (Pashupati nath vrat rakhne ke niyam) उपरोक्त दिये गए है।

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