Mahalaxmi Pujan Yantra Benefits-धन वृद्धि के लिए दिवाली पूजन यंत्र को घर में करें स्थापित, जानें लाभ व स्थापना विधि

दीपवाली यानी दीपों का यह पर्व हिन्दू धर्म में खास महत्व रखता है। दीपवाली के दिन विशेष तौर पर मां लक्ष्मी का पूजन किया जाता है। देवी महालक्ष्मी जिन्हें धन-समृद्धि देवी भी कहा जाता है, व्यक्ति की सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करती है। दीपावली के पावन उपलक्ष्य पर माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए जातक बहुत से उपाय व पूजन करते है। ऐसे में आज हम आपको दिवाली पूजन के लिए एक सर्वश्रेष्ठ यंत्र के बारे में बताने जा रहे है।

इस यंत्र का नाम है- श्री महालक्ष्मी पूजन यंत्र। यह महालक्ष्मी पूजन यंत्र खास तौर पर दीपवाली पूजन के लिए बनाया गया है। इस यंत्र के बारे में यदि बात की जाए तो यह ‘लक्ष्मी जी के पाने’ की तरह प्रयोग किया जाता है। इस यंत्र में देवी महालक्ष्मी के साथ ही गणेश जी और माता सरस्वती के भी चित्र शामिल है जो आमतौर पर दिवाली पूजन के लिए प्रयोग किये जाते है। साथ ही यह यंत्र एक-दो नहीं बल्कि पांच से अधिक यंत्रो का समावेश है। जिसमें मुख्यतः श्री, गणेश कुबेर, महालक्ष्मी व सरस्वती यंत्र शामिल है।

इस यंत्र को दिवाली के दिन घर में स्थापित करने के एक नहीं बहुत से चमत्कारी फायदे है। आइए जानते है-

1. पांच यंत्रों का समावेश

दिवाली के समय यह संभव नही हो पाता की हम एक साथ दो से तीन यंत्रों को एक साथ स्थापित कर उसका पूजन कर सके। ऐसे में श्री महालक्ष्मी पूजन यंत्र एक अच्छा विकल्प हो सकता है। श्री महालक्ष्मी पूजन यंत्र एक ऐसा यंत्र है, जहां आपको श्री यंत्र, श्री कुबेर यंत्र, श्री गणेश यंत्र के साथ ही महालक्ष्मी और सरस्वती यंत्र एक ही यंत्र में मिल सकेगा।

2. आर्थिक परिस्थिति में सुधार

महालक्ष्मी जी को धन-समृद्धि की देवी कहा जाता है। माना जाता है की जहां देवी लक्ष्मी की कृपा होती है, वहां कभी धन का अभाव नहीं होता है। ऐसे में यदि आप भी दिवाली पर लक्ष्मी जी कृपा प्राप्त करना चाहते है तो श्री महालक्ष्मी यंत्र का पूजन बहुत लाभदायक साभित होगा। इस यंत्र के पूजन से न सिर्फ आपके आर्थिक परिस्थिति में सुधार में सुधार आएगा बल्कि सुख-समृद्धि का भी संचार होगा।

3. सकारात्मक ऊर्जा का संचार

श्री महालक्ष्मी पूजन यंत्र से सभी प्रकार के बुरे व नकारात्मक प्रभावों को दूर करता है। इस एक यंत्र में पांच यंत्रो की शक्ति मौजूद है जो आपके घर या कार्यालय से सभी तरह की बुरी शक्तियों को समाप्त कर देता है। दिवाली के दिन इस यंत्र का विधि- विधान से पूजन करने से आसपास का वातावरण शुद्ध हो जाता है और वहां सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

4. करियर और व्यवसाय में उन्नति

जहां एक ओर माता सरस्वती व भगवान गणेश विद्या और ज्ञान के देवी- देवता है तो वही दूसरी ओर देवी लक्ष्मी धन-धान्य और सुख समृद्धि का आशीर्वाद प्रदान करती है। ऐसे में करियर व व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए इस यंत्र का पूजन अत्यंत लाभदायी होता है। माना जाता है की दिवाली के दिन इस यंत्र के पूजन से देवी लक्ष्मी के साथ गणेश जी और मां सरस्वती का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है।

5. मान-सम्मान में वृद्धि

श्री महालक्ष्मी पूजन यंत्र का एक और चमत्कारी लाभ यह है की इसका पूजन न सिर्फ अच्छे भाग्य को आकर्षित करता है बल्कि जातक के मान-सम्मान में भी वृद्धि करता है। ऐसे में आपको दिवाली के दिन इस यंत्र का अवश्य पूजन करना चाहिए। लेकिन इसका यंत्र का पूजन तभी फलदायक होगा जब आप विधि-विधान से इस स्थापित करेंगे।

यहां हम आपको श्री महालक्ष्मी पूजन यंत्र को घर या ऑफिस में स्थापित करने की विधि के बारे में बताने जा रहे है।

 

श्री महालक्ष्मी पूजन यंत्र को कैसे करें स्थापित?

• कार्तिक अमावस्या के दिन श्री महालक्ष्मी यंत्र की स्थापना करना शुभ माना जाता है।
• इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करके इस यंत्र को पूजा स्थल पर रखें।
• अब इस यंत्र पर पुष्प आदि अर्पित करें और इसके सामने एक दीपक प्रज्ज्वलित करें।
• इसके बाद 11 बार या 21 बार नीचे दिए मंत्र का जाप करें-
                            “ऊँ ह्रीं ह्रीं श्रीं ह्रीं ह्रीं फट्”
• इस मंत्र का जाप कर ,गोमूत्र, गंगाजल और कच्चे दूध से यंत्र को शुद्ध करें।
• अब इस बीज मंत्र का जाप करें – ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलाये प्रसीद प्रसीद,
                         ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मयै नम:॥
• यंत्र को स्थापित करने के बाद “ॐ महालक्ष्मयै नमः” का 11 बार जाप करें और देवी लक्ष्मी की प्रार्थना करें।
• इस महालक्ष्मी पूजन यंत्र का नियमित रूप से अभिषेक कर पूजन करें ।।

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