Mahashivratri Puja Samagri -जाने महाशिवरात्रि की पूजा विधि और इस दिन चढ़ाए जाने वाली प्रमुख वस्तुएं

भगवान शिव का सबसे बड़ा महोत्सव-महाशिवरात्रि का यह पर्व, प्रमुख हिंदू त्यौहारों में से एक माना जाता है। इस दिन, भक्त भोलेशंकर से अपने परिवार की सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना करते है और अनेक प्रकार के व्रत-अनुष्ठान रखते है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा का विधान माना जाता है, ऐसे में आज हम आपको महाशिवरात्रि पूजा विधि और इस दिन चढ़ाएं जाने वाली कुछ विशेष सामग्री के बारे में बताने जा रहे है-

Mahashivratri Puja Samagri (महाशिवरात्रि पूजन सामग्री)

महाशिवरात्रि की पूजा विधि के बारे में जानने से पहले, आइए देखते है, इस पूजा में इस्तेमाल की जाने वाली पूजन-सामग्री के बारे में-

गंगाजल
जल
शहद
घी
दूध
दही
एक लकड़ी की चौकी
एक शिव लिंग या पंच धातु से बनी भगवान शिव की मूर्ति
एक तेल का दीपक
दीये के लिए तिल का तेल या सरसों का तेल या घी
एक माचिस
रुई की बत्ती
कपूर
इत्र
पुष्प (चमेली, धतूरा और चमेली के फूल)
धूप /अगरबत्ती
नैवेद्य
फल (जैसे केले, सेब, बेर)
बेल पत्र
चंदन (चंदन का पेस्ट)
अक्षत (अखंडित चावल के दाने)
विभूति (पवित्र राख)
जनेऊ (पवित्र धागा)
कपड़े के तीन टुकड़े (एक चौकी को ढंकने के लिए, एक भगवान शिव को वस्त्र चढ़ाने के लिए और तीसरा अभिषेक के बाद मूर्ति को पोंछने के लिए)

Maha Shivratri shiv puja vidhi (महाशिवरात्रि शिव पूजा विधि)

ध्यान
पूजा को शुरू करने से पहले भगवान शिव का स्मरण करें। भगवान शिव का ध्यान करते हुए निम्नलिखित मंत्र का जाप करना चाहिए।

ध्यानिनित्यम महेशम राजतगिरिनिमं चारु चंद्रवत्सम।
रत्नकलपोज्जवलंगा परशुम्रिगवरभीतिहस्तम प्रसन्नम॥
पद्मसिनम सामंत स्तुतममारगनैरव्याघ्र कृतिम वासनाम।
विश्ववद्यम विश्वविजम निखिला-भयाहरम पंचवक्त्रम त्रिनेत्रम॥

आचमन
भगवान शिव के ध्यान के बाद, आचमन करें। आचमन के लिए गंगाजल और अक्षत का प्रयोग करें।

संकल्प
आचमन करने के बाद महाशिवरात्रि व्रत एवं पूजन का संकल्प लें।

गणेश पूजा
किसी भी पूजा को शुरू करने से पहले विघ्नहर्ता भगवान गणेश की पूजा करें।

अभिषेक
शिवलिंग या भगवान शिव की तस्वीर पर जल, दूध, शहद, दही, घी और अन्य वस्तुएं चढ़ाएं।

पुष्पांजलि
अब भगवान को पुष्प अर्पित करें।

धूप-दीप-नैवेद्य
अगरबत्ती और दीपक जलाएं और भगवान को फल और मिठाई का भोग लगाएं।

मंत्र जप
महामृत्युंजय मंत्र या भगवान शिव को समर्पित अन्य मंत्रो का जाप करें।

आरती
पूजा संपन्न भगवान शिव के सामने एक दीया प्रज्वलित करें और शिव जी की आरती गाए।

Maha Shivratri offerings (महा शिवरात्रि को चढ़ाएं जाने वाली प्रमुख सामग्री) महाशिवरात्रि पर भगवान शिव को चढ़ाए जाने वाले कुछ मुख्य प्रसाद सामग्री निम्न प्रकार से है-

दूध
भक्त भगवान शिव को दूध, शहद और दही चढ़ाते है, क्योंकि इसे पवित्र और शुभ माना जाता है।

बेल पत्र
बेल के पत्तों को भगवान शिव के सबसे प्रिय वस्तुओं में से एक माना जाता है। महाशिवरात्रि और सावन के समय मनवांछित फल की प्राप्ति के लिए भोलेनाथ को बेल पत्र चढ़ाया जाता है।

बेल फल
बेल के पत्तों के साथ ही बेल के फल का भी विशेष महत्व बताया जाता है।

धतूरा के फूल
धतूरा के फूल चढ़ाने से भगवान शिव बहुत प्रसन्न होते है और बहुत से शुभ फल प्रदान करते है।

धतूरा
धतूरा एक जहरीला पौधा है और हिंदू रीति-रिवाजों में इसका इस्तेमाल बुरे प्रभावों को दूर करने के लिए किया जाता है। महाशिवरात्रि पर, भगवान शिव की रक्षा प्राप्त करने के लिए इसे चढ़ाया जाता है।

चंदन का लेप
भक्ति के प्रतीक के रूप में, भगवान शिव के लिंगम पर चंदन का लेप लगाया जाता है।

चावल और फूल
भक्त अपनी भक्ति के प्रतीक के रूप में इस दिन भगवान शिव को चावल और फूल चढ़ाते है।

महाशिवरात्रि के दिन उपरोक्त लिखी हुई इन सभी सामग्रियों को चढाने से न सिर्फ भोलेनाथ प्रसन्न होते है बल्कि आप और आपके परिवार सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्रदान करते है।

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