Margashirsha Month 2023- मार्गशीर्ष महीने में पड़ने वाली प्रमुख व्रत-त्यौहारों की सूचि व महत्व

हिन्दू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास के बाद मार्गशीर्ष माह का महीना प्रारंभ होता है। जिस प्रकार कार्तिक मास हिन्दू धर्म में बहुत अधिक महत्व रखता है, उसी प्रकार मार्गशीष माह का भी धार्मिक महत्व बताया जाता है। मार्गशीर्ष माह हिन्दू कैलेंडर के नौवे महीने के रूप में जाना जाता है, जिसे अग्रहायण या अगहन महीने के नाम से भी सम्बोधित किया जाता है।

2023 मार्गशीर्ष महीना (Agrahayana month) हिन्दू कैलेंडर और पंचांग (विक्रम संवत 2080) | जानें वर्ष 2023 मार्गशीर्ष मास के पर्व /त्यौहार , व्रत, उपवास, तिथि और नक्षत्र के बारे में | 2023 में मार्गशीर्ष का महीना नवम्बर 28 को शुरू होता है और दिसम्बर 26, 2023 को खत्म होता है|

मार्गशीर्ष 2023 व्रत एवं त्यौहार | Margashirsha Month 2023 Vrat & Tyohar

28 Tue

रोहिणी व्रत

30 Thu

संकष्टी गणेश चतुर्थी , झंडा दिवस , सौभाग्य सुंदरी तीज

01 Fri

विश्व एड्स दिवस

04 Mon

भारतीय नौसेना दिवस

05 Tue

कालाष्टमी , कालभैरव जयंती

08 Fri

उत्पन्न एकादशी

10 Sun

प्रदोष व्रत

11 Mon

मास शिवरात्रि

12 Tue

गौरी तपो व्रत , भौमवती अमावस्या , अमावस्या

13 Wed

हेमंत ऋतू

14 Thu

चंद्र दर्शन

16 Sat

वरद चतुर्थी , धनु संक्रांति

17 Sun

विवाह पंचमी

18 Mon

सोमवार व्रत , षष्टी

20 Wed

दुर्गाष्टमी व्रत

22 Fri

गीता जयंती , मोक्षदा एकादशी

23 Sat

वैकुंठ एकादशी

24 Sun

अनंग त्रयोदशी व्रत , प्रदोष व्रत , राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस

25 Mon

मदन मोहन मालवीय जयंती , क्रिसमस , रोहिणी व्रत

26 Tue

पूर्णिमा व्रत , पूर्णिमा , मार्गशीर्ष पूर्णिमा , सत्य व्रत , अन्नपूर्णा जयंती , सत्य व्रत

मार्गशीर्ष माह महत्व | Margashirsha Month Significance

मार्गशीर्ष माह की शुक्ल पंचमी के दिन माता सीता और राम जी का विवाह हुआ था, जिस कारण इस माह में भगवान राम की पूजा का खास महत्व माना जाता है। इस माह में खास तौर पर शंख की पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है की, इस माह में शंख की पूजा करने से देवी लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। इसके साथ ही स्वयं भगवान कृष्ण ने मार्गशीर्ष के बारे में एक श्लोक के माध्यम से कहा है-

बृहत्साम तथा साम्नां गायत्री छन्दसामहम्।
मासानां मार्गशीर्षोऽहमृतूनां कुसुमाकर

इस श्लोक का अर्थ है – “मैं सामों में बृहत्साम हूं, छन्दों में गायत्री हूं, महीनों में मार्गशीर्ष और ऋतुओं में वसन्त ऋतु मैं ही हूं।

मार्गशीर्ष के महीने में दान का भी बहुत अधिक महत्व होता है, खासकर भगवान को पसंद आने वाली वस्तुएं आप इस महीने में दान की जा सकती है। आप मोरपंख, तुलसी माला, लड्डू गोपाल पोशाक इत्यादि वस्तुओं का दान कर सकते है। इसके अलावा इस माह में गंगा स्नान करने से भी सभी प्रकार के दोष समाप्त हो जाते है।

About Saif Rayeen

Check Also

Vishwakarma Jayanti 2023 – विश्वकर्मा जयंती की तिथि, शुभ समय और महत्व

विश्वकर्मा पूजा या विश्वकर्मा जयंती दिव्य वास्तुकार, भगवान विश्वकर्मा को समर्पित है। विश्वकर्मा को दुनिया …