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संगीत, साहित्य, कला एवं विद्या की देवी मां सरस्वती को बारंबार नमस्कार है। एक हाथ में वीणा व दूसरे हाथ में पुस्तक थामे, श्वेत कमल पर विराजमान मां सरस्वती की महिमा अपरंपार है। नवरात्रि के दौरान बड़े जोर-शोर से देवी दुर्गा के सभी स्वरूपों का पूजन किया जाता है, ऐसे में देवी सरस्वती का स्मरण किया जाना बहुत स्वाभाविक है। ऐसे में नवरात्रि के सातवें दिन, यानि महासप्तमी के दिन सरस्वती आवाहन (saraswati avahan 2023) किया जाता है।
‘सरस्वती आवाहन’ दो अक्षरों का सामंजस्य है, जिसका पहला शब्द सरस्वती देवी सरस्वती को प्रदर्शित करता है, वही दूसरा शब्द आवाहन ‘बुलावा देने’ को प्रदर्शित करता है। शास्त्रों के अनुसार नवरात्रि उत्सव के आखिरी तीन दिनों में विधि-विधान से मां सरस्वती का पूजन किया जाता है। ऐसे में आइये जानते है हिन्दू पंचाग के अनुसार सरस्वती आवाहन का त्यौहार कब मनाया जाता है और इसका शुभ मुहूर्त व महत्व क्या है-
कब किया जाता है सरस्वती आवाहन? Saraswati Avahan 2023 Date
नवरात्रि में सरस्वती पूजा चार दिन, तीन दिन और एक दिन की जाती है। पंचांग नक्षत्र के अनुसार सरस्वती पूजा चार दिनों तक की जाती है। पूजा के चार दिनों के दौरान, सरस्वती आवाहन, सरस्वती पूजा, सरस्वती बलिदान और सरस्वती विसर्जन किया जाता है।
सरस्वती आवाहन शुभ समय 2023 | Saraswati Avahan Subh Muhurat 2023
सरस्वती आवाहन शुक्रवार, अक्टूबर 20, 2023 को
मूल नक्षत्र आवाहन मुहूर्त – 06:25 ए एम से 08:52 ए एम
अवधि – 02 घण्टे 28 मिनट्स
मूल नक्षत्र प्रारम्भ – अक्टूबर 19, 2023 को 09:04 पी एम बजे
मूल नक्षत्र समाप्त – अक्टूबर 20, 2023 को 08:41 पी एम बजे
सरस्वती आवाहन का महत्व
1. इस दिन पूजन करने से मां सरस्वती की अलौकिक कृपा प्राप्त होती है।
2. ब्रह्मांड के निर्माण और रखरखाव में में देवी सरस्वती को सहायक माना जाता है।
3. बुद्धिमता और असीम ज्ञान की प्राप्ति के लिए देवी सरस्वती का पूजन उत्तम बताया जाता है।
4. साहित्य एवं कला के क्षेत्र में उन्नति पाने के लिए भक्त इस दिन मां सरस्वती का स्मरण करते है।
5. संगीत के क्षेत्र ने उन्नति प्राप्त करने के लिए इस दिन देवी सरस्वती का पूजन का पूजन किया जाता है।
मां सरस्वती के बीज मंत्र | Ma Saraswati Mantra
”ॐ श्रीं भीम सरस्वतीै नमः”
”ॐ ऐं सरस्वती नमः”
अर्थात – देवी सरस्वती को प्रणाम है।
उपरोक्त मंत्रो के अलावा आप इस दिन माँ सरस्वती चालीसा का पाठ कर देवी सरस्वती को प्रसन्न कर सकते है। इसके साथ ही सरस्वती आवाहन के दिन आप विधि-विधान से मां सरस्वती का पूजन भी कर सकते है।