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राजस्थान में बसे गोविंद देव जी मंदिर, भारत के सबसे पवित्र और प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। यह मंदिर जयपुर के सिटी पैलेस में स्थित है। गोविंद देव जी मंदिर में भगवान कृष्ण और राधा जी की आकर्षक प्रतिमा के दर्शन होते है। इसके साथ ही मंदिर में स्थापित गोविंद देव जी की मूर्ति भगवान कृष्ण के अद्भुत स्वरूप को दर्शाती है। वैसे तो मंदिर में प्रतिदिन भारी संख्या में भक्तों का जमावड़ा देखने को मिलता है, लेकिन जन्माष्टमी के समय यहां अलग ही रौनक देखी जाती है।
चातुर्मास प्रारंभ होने के साथ ही भगवान विष्णु योग निद्रा में चले जाते है, जिसके बाद में कार्तिक माह की एकादशी के दिन वे अपनी शयन मुद्रा से उठते है। इस एकादशी को ‘देवउठनी एकादशी’ के नाम से भी जाना जाता है। इस एकादशी के बाद से ही सभी शुभ कार्यों का शुभारंभ हो जाता है। कार्तिक मास में बहुत एक के एक बाद बहुत सारे त्यौहार आदि भी मनाएं जाते है। ऐसे में आइए जानते है की साल 2023 में कार्तिक मास की शुरुआत कब होने जा रही है, साथ ही इस ब्लॉग में हम इस माह में आने वाले त्यौहारों की लिस्ट भी आपके साथ साझा करेंगे, तो आइये जानते है-
कार्तिक मास 2023 कि तिथि | Kartik Month 2023 Date
2023 कार्तिक महीना (Kartika month) हिन्दू कैलेंडर और पंचांग (विक्रम संवत 2080) | जानें वर्ष 2023 कार्तिक मास के पर्व /त्यौहार , व्रत, उपवास, तिथि और नक्षत्र के बारे में | 2023 में कार्तिक का महीना अक्टूबर 29 को शुरू होता है और नवम्बर 27, 2023 को खत्म होता है|
कार्तिक मास 2023 के व्रत-त्योहारों की सूचि | List of Festivals during Kartik Month
Date | Day |
31 Tue | रोहिणी व्रत |
01 Wed | संकष्टी गणेश चतुर्थी , करवा चौथ |
05 Sun | कालाष्टमी , अहोई अष्टमी |
09 Thu | गोवत्स द्वादशी , रामा एकादशी |
10 Fri | प्रदोष व्रत , धनतेरस |
11 Sat | मास शिवरात्रि , काली चौदस |
12 Sun | दिवाली , नरक चतुर्दशी |
13 Mon | अमावस्या , सोमवार व्रत |
14 Tue | अन्नकूट , चंद्र दर्शन , गोवर्धन पूजा |
15 Wed | भाई दूज |
16 Thu | वरद चतुर्थी |
17 Fri | वृश्चिक संक्रांति |
18 Sat | लाभ पंचमी , षष्टी |
19 Sun | छठ पूजा |
20 Mon | दुर्गाष्टमी व्रत , गोपाष्टमी |
21 Tue | अक्षय नवमी |
22 Wed | कंस वध |
23 Thu | प्रबोधिनी एकादशी |
24 Fri | प्रदोष व्रत , तुलसी विवाह |
25 Sat | विश्वेश्वर व्रत |
26 Sun | मणिकर्णिका स्नान , देव दिवाली |
27 Mon | कार्तिक स्नान समाप्त , सत्य व्रत , पूर्णिमा व्रत , पूर्णिमा , सत्य व्रत , कार्तिक पूर्णिमा , गुरु नानक जयंती |
कार्तिक मास में करें तुलसी पूजन
ऐसा कहा जाता है की भगवान विष्णु की पूजा के समय तुलसी का प्रयोग अवश्य करना चाहिए। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कार्तिक मास में तुलसी के पौधे के पूजन का बहुत अधिक महत्व होता है। कहा जाता है की इस मास में संध्या के समय तुलसी के पौधे के पास एक दीया अवश्य जलाना चाहिए। इसके साथ ही तुलसी को नियमित जल से सींचना चाहिए। ऐसा करने से घर में धन आगमन के मार्ग खुल जाते है। कार्तिक के इस पावन महीने में शालिग्राम और देवी तुलसी का विवाह किया जाता है।
इतना ही नही माना तो यह भी जाता है की इस एक महीने में पुरे विधि से तुलसी का पूजन करने से अकाल मृत्यु की संभावना भी कम हो जाती है।
कार्तिक मास में आप तुलसी कंठी माला भी धारण कर सकते है, साथ तुलसी जप माला से भगवान विष्णु का ध्यान कर सकते है। इस माह में दान-पुण्य का सर्वाधिक महत्व होता है। ऐसा माना जाता है की कार्तिक मास में दान आदि करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है, साथ ही उनकी विशेष कृपा भी प्राप्त होती है।