Related Articles
यदि आप भी पैसे की तंगी या कर्ज जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं, तो यह ब्लॉग आपको महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। इन उपायों की मदद से आप न केवल अपनी आर्थिक समस्याओं का समाधान कर सकते हैं, बल्कि पैसा कमाने और कर्ज कम करने के साधन भी प्राप्त कर सकते है। तो, इसे अंत तक अवश्य पढ़े-
हमारे जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। ऐसे में खुशहाल जीवन जीने और अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए पैसों की आवश्यता होती है। ज्योतिष शास्त्र में ऐसे कई कार्यों के बारे में बताया गया है जिनकी मदद से व्यक्ति धन संबंधी समस्याओं से छुटकारा पा सकता है। यह उपाय मुख्य रूप से धन की देवी भगवान कुबेर और लक्ष्मी से संबंधित है। ऐसे में यहां हम आपके साथ कर्ज से जल्द से जल्द छुटकारा पाने के सरल उपाय साझा करने जा रहे है।
आइये जानते है, क्या है यह चमत्कारी उपाय-
मंगलवार को लौटाएं कर्ज
कर्ज चुकाने के लिए मंगलवार और बुधवार का दिन शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि वृद्धि योग और हस्ति नक्षत्र में ऋण चुकाने वह जल्द चुक जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगर आप कर्ज लेना चाहते हैं तो उसे बुधवार और गुरुवार तक के लिए टाल देना चाहिए। शुक्रवार के दिन उधार लेना और देना दोनों ही फलदायी होते है। इसके साथ ही रविवार के दिन कर्ज संबन्धित कार्य भी वर्जित माना जाता है।
कमाई का एक हिस्सा दान करें
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार व्यक्ति को अपनी आय का कुछ हिस्सा दान-पुण्य में खर्च करना चाहिए। इससे देवी महालक्ष्मी प्रसन्न होती है और व्यक्ति पर सदैव अपनी कृपा और आशीर्वाद बनाए रखती है। माना जाता है कि दान-पुण्य करने देवी लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है और व्यक्ति को कभी किसी प्रकार की परेशानी नहीं होती है। इसलिए शास्त्रो में गरीबों और जरूरतमंद को दान देने का विशेष महत्व बताया जाता है।
श्री यंत्र का नियमित पूजन करें
शास्त्रों के अनुसार, श्री यंत्र को देवी लक्ष्मी को समर्पित सबसे शक्तिशाली और शुभ यंत्रों में से एक माना जाता है। संस्कृत में श्री का अर्थ है, धन और यंत्र का अर्थ है साधन। यह यंत्र न केवल देवी लक्ष्मी प्रसन्न करने में सहायक है बल्कि धन को भी आकर्षित करता है। इसीलिए श्री यंत्र को लक्ष्मी यंत्र भी कहा जाता है। श्री यंत्र के प्रयोग से धन प्राप्ति के साथ-साथ सुख-समृद्धि के भी रास्ते खुलते है। ज्योतिष शास्त्र में श्रीयंत्र की पूजा फल के आधार पर अलग-अलग तरीकों से की जाती है।